Dal Lake Kashmir tourism



**Dal Lake : कश्मीर की शान और पर्यटन का स्वर्ग**

Dal Lake जो कश्मीर की "श्रीनगर" शहर में स्थित है, भारत के सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह झील न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता भी बहुत है। यहां की शिकारा नावें, हाउसबोट्स, तैरते बगीचे और आसपास की हरी-भरी पहाड़ियां हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। आइए, डल झील की इस यात्रा पर हम इसके विभिन्न पहलुओं को विस्तार से जानें।




डल झीलका इतिहास और महत्व-History of dal lake


डल झील का नाम 'डल' संस्कृत शब्द 'दल' से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'जलाशय'। इस झील का जिक्र प्राचीन ग्रंथों और कश्मीरी लोककथाओं में मिलता है। मुगल साम्राज्य के समय, डल झील मुगल शासकों की गर्मी की छुट्टियों का पसंदीदा स्थान थी। मुगल बादशाह जहांगीर और नूरजहां ने यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का भरपूर आनंद लिया और इसके किनारे मुगल उद्यानों का निर्माण किया।

**डल झील कैसे पहुंचे-How to reach Dal Lake


Dal Lake श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में स्थित है और यहां पहुंचने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। यहां पहुंचने के प्रमुख तरीकों को विस्तार से समझें:

1. हवाई मार्ग द्वारा


  • **श्रीनगर हवाई अड्डा** (शेख उल-आलम हवाई अड्डा) डल झील से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है। यह हवाई अड्डा भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, जम्मू, बेंगलुरु आदि से सीधी उड़ानों से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे से डल झील तक टैक्सी या कैब आसानी से मिल जाती है, जो आपको लगभग 30-40 मिनट में झील तक पहुंचा देगी।

2. रेल मार्ग द्वारा


  • श्रीनगर में अभी तक रेलवे स्टेशन नहीं है, इसलिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन **जम्मू तवी** है, जो डल झील से लगभग 290 किलोमीटर दूर है। जम्मू तवी रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जम्मू तवी से श्रीनगर तक पहुंचने के लिए आप टैक्सी, बस या निजी वाहन का उपयोग कर सकते हैं। यह यात्रा लगभग 7-8 घंटे की है।

3. सड़क मार्ग द्वारा


श्रीनगर सड़क मार्ग से भारत के कई शहरों से जुड़ा हुआ है। आप अपनी निजी कार या टैक्सी द्वारा श्रीनगर तक पहुंच सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग NH1A श्रीनगर को जम्मू और बाकी देश से जोड़ता है। इसके अलावा, जम्मू और कश्मीर राज्य परिवहन की बस सेवाएं भी जम्मू और श्रीनगर के बीच नियमित रूप से चलती हैं।

सड़क मार्ग की यात्रा:

  • **जम्मू से श्रीनगर**: जम्मू से श्रीनगर की दूरी लगभग 290 किलोमीटर है और इसे तय करने में लगभग 7-8 घंटे लगते हैं। रास्ते में उधमपुर, पटनीटॉप और अनंतनाग जैसे स्थान आते हैं।
  • **लद्दाख से श्रीनगर**: यदि आप लेह-लद्दाख से आ रहे हैं, तो श्रीनगर-लेह राजमार्ग का उपयोग कर सकते हैं। यह मार्ग लगभग 434 किलोमीटर लंबा है और इसे तय करने में 2-3 दिन लग सकते हैं, जिसमें आप कारगिल में रुक सकते हैं।


स्थानीय परिवहन

श्रीनगर पहुंचने के बाद, डल झील तक पहुंचना बहुत ही आसान है। आप टैक्सी, ऑटो-रिक्शा, या स्थानीय बस सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। श्रीनगर शहर में टैक्सी और ऑटो-रिक्शा की सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हैं।

प्राकृतिक सौंदर्य और भौगोलिक स्थिति


डल झील लगभग 18 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है और इसे चार भागों में बांटा गया है: गागरबल, बोड दल, नेगीन और बाबा डेमब। झील की औसत गहराई 1.42 मीटर है, जबकि अधिकतम गहराई 6 मीटर है। झील के किनारे से हिमालय की पर्वत श्रृंखलाएं और चारों ओर हरे-भरे पेड़-पौधे इसकी सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं।

शिकारा और हाउसबोट्स-Shikara Rides & Houseboats

  • डल झील का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण यहां की शिकारा नावें और हाउसबोट्स हैं। शिकारा एक पारंपरिक कश्मीरी नाव है, जो पर्यटकों को झील की सैर कराती है। यह सैर न केवल झील के सुंदर दृश्यों का आनंद लेने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि स्थानीय बाजारों और तैरते हुए बगीचों तक पहुंचने का भी एक अद्वितीय तरीका है। शिकारा की सवारी के दौरान पर्यटक मछुआरों को मछली पकड़ते, तैरते हुए सब्जी बाजार और कमल के फूलों के बागान देख सकते हैं।
  • हाउसबोट्स, जो झील के किनारे खड़ी रहती हैं, पर्यटकों के लिए एक अनोखा आवास अनुभव प्रदान करती हैं। ये हाउसबोट्स लकड़ी से बनी होती हैं और अंदर से बहुत ही आलीशान और आरामदायक होती हैं। इनमें आधुनिक सुविधाएं, शानदार सजावट और स्वादिष्ट कश्मीरी भोजन का आनंद लिया जा सकता है। हाउसबोट्स का अनुभव पर्यटकों को झील के बीचोंबीच रहने का एक अनोखा अनुभव देता है।

शिकारा और हाउसबोट्स में अंतर-What is the difference between shikara and houseboats?

  • डल झील पर शिकारा और हाउसबोट्स दोनों ही प्रमुख आकर्षण हैं, लेकिन ये दोनों एक-दूसरे से काफी अलग हैं। आइए इन दोनों के बीच के मुख्य अंतर को समझें:
  • शिकारा
  • परिभाषा: शिकारा एक पारंपरिक कश्मीरी नाव है, जो छोटी होती है और झील पर सवारी के लिए उपयोग की जाती है।
  • उपयोग: शिकारा का उपयोग मुख्य रूप से पर्यटकों को झील की सैर कराने, स्थानीय बाजारों और तैरते हुए बगीचों तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, मछुआरे और स्थानीय लोग भी शिकारा का उपयोग करते हैं।
  • संरचना: शिकारा एक छोटी, हल्की और खुली नाव होती है, जिसमें आमतौर पर 4-6 लोग बैठ सकते हैं। इसमें आरामदायक सीटें और रंगीन छत होती है।
  • समय अवधि: शिकारा की सवारी आमतौर पर कुछ घंटे की होती है, जो पर्यटकों को डल झील के विभिन्न हिस्सों की सैर कराती है।
  • सजावट: शिकारा को पारंपरिक कश्मीरी शैली में सजाया जाता है, जिसमें रंगीन कपड़े और कुशन होते हैं। यह पर्यटकों के लिए एक आरामदायक और मनमोहक अनुभव प्रदान करता है।

शिकारा नाव की बुकिंग

  • स्थानीय बुकिंग: श्रीनगर पहुंचने के बाद, आप सीधे डल झील के किनारे जा सकते हैं, जहां कई शिकारा नाव चालक उपलब्ध होते हैं। आप उनसे सीधा संपर्क कर सकते हैं और अपनी पसंद के अनुसार शिकारा की सवारी का समय और मूल्य तय कर सकते हैं।
  • होटल या हाउसबोट्स के माध्यम से: यदि आप पहले से किसी होटल या हाउसबोट में ठहरे हैं, तो वहां से भी शिकारा की बुकिंग की जा सकती है। अधिकांश होटल और हाउसबोट्स शिकारा बुकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं।
  • ऑनलाइन बुकिंग: कुछ ऑनलाइन प्लेटफार्म और ट्रैवल एजेंसियां भी शिकारा की बुकिंग की सुविधा देती हैं। आप इन वेबसाइट्स पर जाकर अपनी पसंद के अनुसार बुकिंग कर सकते हैं।



बुकिंग के दौरान ध्यान देने योग्य बातें

  • शिकारा नाव:समय और अवधि को स्पष्ट रूप से तय करें।
  • कीमत पहले से तय करें और मोलभाव करें।
  • नाव चालक से रूट और प्रमुख आकर्षण के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

हाउसबोट्स-houseboat


  • परिभाषा: हाउसबोट्स लकड़ी से बनी स्थायी नौकाएं होती हैं, जो झील के किनारे खड़ी रहती हैं और होटल के रूप में काम करती हैं।
  • उपयोग: हाउसबोट्स का उपयोग आवास के लिए किया जाता है। पर्यटक इनमें रात भर या कई दिनों तक रुक सकते हैं। यह एक तैरते हुए होटल जैसा अनुभव प्रदान करता है।
  • संरचना: हाउसबोट्स आकार में बड़ी और स्थायी होती हैं। इनमें बेडरूम, बाथरूम, लिविंग रूम, और रसोई जैसी सभी सुविधाएं होती हैं।
  • समय अवधि: पर्यटक हाउसबोट्स में एक या अधिक रातें बिता सकते हैं। यह एक विस्तारित आवास अनुभव प्रदान करती है।
  • सजावट: हाउसबोट्स को पारंपरिक कश्मीरी शैली में सजाया जाता है, जिसमें लकड़ी की नक्काशी, पारंपरिक कश्मीरी कालीन और सजावटी सामान शामिल होते हैं। इसमें आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होती हैं, जैसे बिजली, पानी और हीटर आदि।

हाउसबोट की बुकिंग


  • ऑनलाइन बुकिंग: कई ट्रैवल वेबसाइट्स और बुकिंग प्लेटफार्म्स जैसे कि मेक माय ट्रिप, याट्रा, बुकिंग डॉट कॉम और एयरबीएनबी हाउसबोट्स की बुकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। आप इन वेबसाइट्स पर जाकर अपनी तिथियों के अनुसार हाउसबोट्स की उपलब्धता देख सकते हैं और बुकिंग कर सकते हैं।
  • ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से: कई ट्रैवल एजेंसियां और टूर ऑपरेटर कश्मीर की यात्रा पैकेज में हाउसबोट्स का विकल्प भी शामिल करते हैं। आप इन एजेंसियों से संपर्क कर सकते हैं और अपनी यात्रा की योजना बना सकते हैं।
  • होटल काउंटर से: यदि आप पहले से श्रीनगर में किसी होटल में रुके हैं, तो वहां के काउंटर से भी हाउसबोट्स की बुकिंग की जा सकती है। कई होटल्स और रिसॉर्ट्स के साथ हाउसबोट्स का टाई-अप होता है।
  • स्थानीय संपर्क: श्रीनगर पहुंचने के बाद आप स्थानीय टूर गाइड्स या पर्यटन सूचना केंद्रों से संपर्क कर सकते हैं, जो आपको विभिन्न हाउसबोट्स की जानकारी और बुकिंग में मदद करेंगे।
हाउसबोट:
  • बुकिंग के दौरान ध्यान देने योग्य बातेंहाउसबोट्स की रेटिंग और रिव्यू चेक करें।
  • सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करें, जैसे कि बिजली, पानी, हीटिंग व्यवस्था, वाई-फाई आदि।
  • बुकिंग के समय शामिल भोजन और अन्य सेवाओं के बारे में स्पष्टता प्राप्त करें।

मुगल गार्डन-Mughal Garden


  • डल झील के आसपास के मुगल गार्डन इसकी सुंदरता में और इजाफा करते हैं। इनमें सबसे प्रसिद्ध निशात बाग, शालीमार बाग और चश्मेशाही हैं। निशात बाग, जिसका अर्थ है 'आनंद का बाग', झील के पूर्वी किनारे पर स्थित है और इसमें 12 शानदार छतरियां हैं। शालीमार बाग, जिसे 'प्रेम का बाग' कहा जाता है, मुगल बादशाह जहांगीर ने अपनी पत्नी नूरजहां के लिए बनवाया था। चश्मेशाही, जो अपनी प्राकृतिक झरने के लिए प्रसिद्ध है, सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित है और यहां से डल झील का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है।


तैरते हुए बगीचे- Floating Gardens& markets


  • डल झील के तैरते हुए बगीचे, जिन्हें स्थानीय भाषा में 'राजहंस' कहा जाता है, एक अद्वितीय आकर्षण हैं। ये बगीचे, झील के पानी पर तैरते हुए पौधों और काई से बने होते हैं, जिनमें सब्जियां और फूल उगाए जाते हैं। यहां उगाई जाने वाली सब्जियां जैसे टमाटर, खीरा और कमल के डंठल स्थानीय बाजारों में बेचे जाते हैं। ये तैरते हुए बगीचे पर्यटकों के लिए एक अनोखा दृश्य प्रस्तुत करते हैं और कश्मीर की कृषि परंपराओं का एक अद्वितीय उदाहरण हैं।


साहसिक गतिविधियां

  • डल झील पर केवल शांतिपूर्ण समय बिताने के अलावा, यहां साहसिक गतिविधियों का भी भरपूर आनंद लिया जा सकता है। झील पर केनोइंग, कयाकिंग, वाटर स्कीइंग और एंग्लिंग (मछली पकड़ना) जैसी गतिविधियां लोकप्रिय हैं। बर्फीले मौसम में, झील के किनारे स्नो ट्रेकिंग और हिमस्खलन जैसी गतिविधियां भी की जा सकती हैं।

सांस्कृतिक अनुभव-Photographic Opportunities

  • डल झील का दौरा केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने तक सीमित नहीं है। यहां का सांस्कृतिक अनुभव भी अत्यंत समृद्ध है। पर्यटक यहां कश्मीरी हस्तशिल्प, जैसे कि पश्मीना शॉल, कश्मीरी कालीन और लकड़ी के नक्काशीदार सामान खरीद सकते हैं। इसके अलावा, कश्मीरी व्यंजन, जैसे कि रोगन जोश, यखनी, दम आलू और कश्मीरी पुलाव का स्वाद लेना एक अनिवार्य अनुभव है। डल झील के किनारे स्थित बाजारों में घूमते हुए पर्यटक कश्मीरी संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव कर सकते हैं।

यात्रा की योजना-Tips for Tourists:

BEST TIME TO VISIT IN DAL LAKE

  • डल झील का दौरा करने के लिए सबसे अच्छा समय मई से नवंबर के बीच होता है, जब मौसम सुखद और झील का जलस्तर उच्च होता है। सर्दियों में, झील का पानी जम जाता है, जिससे शिकारा की सवारी संभव नहीं हो पाती, लेकिन बर्फ से ढके पहाड़ों और सफेद चादर में लिपटी झील का दृश्य भी अद्वितीय होता है।
  • श्रीनगर पहुंचने के लिए देश के प्रमुख शहरों से सीधी हवाई सेवा उपलब्ध है। श्रीनगर हवाई अड्डा, डल झील से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा, पर्यटक ट्रेन या बस द्वारा जम्मू तक पहुंच सकते हैं और फिर वहां से श्रीनगर के लिए सड़क यात्रा कर सकते हैं।

निष्कर्ष

डल झील, कश्मीर का एक अनमोल रत्न है जो न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए भी महत्वपूर्ण है। यहां का हर कोना, हर शिकारा की सवारी और हर हाउसबोट का अनुभव जीवनभर के लिए यादगार बन जाता है। डल झील की यात्रा किसी भी पर्यटक के लिए एक अद्वितीय और समृद्ध अनुभव है, जो उन्हें प्रकृति, संस्कृति और इतिहास के साथ एक गहरा संबंध स्थापित करने का अवसर प्रदान करती है। इसलिए, अगर आप एक अविस्मरणीय यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो डल झील की यात्रा अवश्य करें और कश्मीर के इस स्वर्ग का पूरा आनंद लें।

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